वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Express) भारत की सेमी-हाई स्पीड ट्रेन है, जिसे भारतीय रेल ने आधुनिक तकनीक से बनाया है। इसे “Train 18” भी कहा जाता है, क्योंकि यह 2018 में बनी थी।
मुख्य बातें:
निर्माण: चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) ने डिज़ाइन और निर्माण किया।
गति: 160 किमी/घंटा तक चल सकती है (डिज़ाइन स्पीड 180 किमी/घंटा है)।
पहली ट्रेन: 15 फरवरी 2019 को नई दिल्ली से वाराणसी के बीच पहली बार चली।
प्रकार: पूरी तरह एयर-कंडीशन्ड, चेयर कार और एग्जीक्यूटिव चेयर कार डिब्बों वाली ट्रेन।
सुविधाएँ:
ऑटोमैटिक दरवाजे
रोटेटिंग सीटें (एग्जीक्यूटिव क्लास में)
ऑनबोर्ड वाई-फाई और इंफोटेनमेंट
बायो-वै큇 टॉयलेट
जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली
आधुनिक ब्रेकिंग सिस्टम
पर्यावरण अनुकूल: यह ट्रेन ऊर्जा बचत करने वाली है और सामान्य ट्रेनों की तुलना में कम प्रदूषण करती है।
अभी तक की स्थिति (2025 तक):
भारत में 50 से ज्यादा वंदे भारत ट्रेनें अलग-अलग रूट्स पर चल रही हैं।
नए संस्करण वंदे भारत 2.0 और वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें भी बनाई जा रही हैं।
लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में भारत के सभी प्रमुख शहरों को वंदे भारत से जोड़ा जाए।
🛤️ प्रमुख वंदे भारत एक्सप्रेस रूट्स
यहां कुछ प्रमुख वंदे भारत रूट्स की सूची दी गई है:
दिल्ली – वाराणसी (22436): यह ट्रेन दिल्ली से वाराणसी तक जाती है, जो उत्तर भारत के प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्रों को जोड़ती है।
मुंबई – गांधीनगर (20902): मुंबई से गांधीनगर के बीच चलने वाली यह ट्रेन गुजरात के प्रमुख शहरों को जोड़ती है।
जयपुर – उदयपुर: राजस्थान में, जयपुर से उदयपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू की गई है, जो राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों को जोड़ती है।
कोटा – अहमदाबाद: कोटा से अहमदाबाद के बीच भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत की गई है, जिससे राजस्थान और गुजरात के बीच यात्रा सुगम हुई है।
जोधपुर – दिल्ली: यह ट्रेन जोधपुर से दिल्ली के बीच यात्रा करती है, जिससे पश्चिमी राजस्थान और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के बीच कनेक्टिविटी में सुधार हुआ है।
बीकानेर – दिल्ली: बीकानेर से दिल्ली के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत की गई है, जो राज्य के पश्चिमी भाग को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ती है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें