Sunil Taaji

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रविवार, 28 सितंबर 2025

Chardham Railway Project

सितंबर 28, 2025 0

चार धाम रेल परियोजना भारतीय रेलवे की एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचा पहल है जिसका उद्देश्य उत्तराखंड के चार पवित्र तीर्थस्थलों: यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ को रेल संपर्क प्रदान करना है। इस परियोजना का उद्देश्य क्षेत्र में सुगम्यता बढ़ाना, पर्यटन को बढ़ावा देना और रणनीतिक संपर्क को मज़बूत करना है।


 🚆 परियोजना अवलोकन


कुल लंबाई: 327 किमी


मार्ग विन्यास: ऋषिकेश और कर्णप्रयाग से निकलने वाले दो Y-आकार के गलियारे


विद्युतीकरण: 25 kV ओवरहेड उपकरण (OHE)


डिज़ाइन गति: 110 किमी/घंटा


रणनीतिक महत्व: भारत-चीन सीमा पर सैन्य रसद को बढ़ावा देता है


अनुमानित लागत: ₹74,000 करोड़ (लगभग 9 बिलियन डॉलर)


पूर्ण होने की समय-सीमा: अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है


🛤️ मार्ग का विस्तृत विवरण


ऋषिकेश-कर्णप्रयाग कॉरिडोर (A1)


लंबाई: 125.2 किमी


स्टेशन: 11 नियोजित


स्थिति: निर्माणाधीन; सुरंग निर्माण कार्य जारी है


प्रगति: फरवरी 2024 तक लगभग 17% कार्य पूर्ण हो चुका है


महत्व: यह लाइन ऋषिकेश और कर्णप्रयाग के बीच यात्रा के समय को सड़क मार्ग से सात घंटे से घटाकर रेल मार्ग से लगभग दो घंटे कर देगी।


कर्णप्रयाग-सोनप्रयाग-केदारनाथ लाइन (A2)


लंबाई: 99 किमी


स्टेशन: 7 नियोजित


स्थिति: व्यवहार्यता अध्ययन पूरा हो चुका है; पर्यावरणीय मंज़ूरी मिल गई


अगले चरण: विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा रही है


कर्णप्रयाग-जोशीमठ-बद्रीनाथ स्पर (A3)


लंबाई: 75 किमी


स्टेशन: 4 नियोजित


स्थिति: फरवरी 2024 तक डीपीआर तैयार की जा रही है


डोईवाला-देहरादून-उत्तरकाशी-मनेरी-गंगोत्री लाइन (B1)


लंबाई: 131 किमी


स्टेशन: 11 नियोजित


स्थिति: व्यवहार्यता अध्ययन पूरा हो गया है


अगले चरण: पर्यावरणीय मंज़ूरी की प्रतीक्षा में


मनेरी-उत्तरकाशी-पलार-यमुनोत्री स्पर (B2)


लंबाई: 46 किमी


स्टेशन: 5 नियोजित


स्थिति: पर्यावरणीय मंज़ूरी लंबित होने के कारण रोक दिया गया है


🏗️ निर्माण की मुख्य विशेषताएँ


सुरंग निर्माण की उपलब्धियाँ: अगस्त 2025 तक, 199 किमी सुरंग निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है, जिसमें 14.8 किलोमीटर लंबी सुरंग टी-8 का निर्माण भी शामिल है, जो हिमालयी रेलवे निर्माण में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।


चुनौतीपूर्ण भू-भाग: यह परियोजना दुर्गम पहाड़ी भू-भाग से होकर गुजरती है, जिसके लिए उन्नत इंजीनियरिंग समाधानों की आवश्यकता है।


पुल निर्माण: चंद्रभागा और अलकनंदा नदियों पर प्रमुख पुल निर्माणाधीन हैं।


🌍 रणनीतिक और सामाजिक प्रभाव


पर्यटन को बढ़ावा: चार धाम स्थलों तक बेहतर पहुँच से तीर्थयात्रा और पर्यटन में वृद्धि की उम्मीद है।


आर्थिक विकास: इस परियोजना से बुनियादी ढाँचे के विकास और रोज़गार के अवसरों के माध्यम से स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।


रणनीतिक महत्व: भारत की उत्तरी सीमाओं से संपर्क में वृद्धि, कर्मियों और संसाधनों की त्वरित आवाजाही की सुविधा।


पर्यावरणीय विचार: इस परियोजना को पर्यावरणीय मंज़ूरी और नाज़ुक पारिस्थितिक तंत्र के संरक्षण से संबंधित चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।


🔗 संबंधित बुनियादी ढाँचा परियोजनाएँ


चार धाम राजमार्ग परियोजना: रेलवे परियोजना के पूरक के रूप में निर्माणाधीन 889 किलोमीटर लंबा दो-लेन राष्ट्रीय राजमार्ग, चार धाम स्थलों तक सड़क संपर्क को बढ़ाएगा।


हेलीकॉप्टर सेवाएँ: चुनौतीपूर्ण सड़क परिस्थितियों के कारण, तीर्थयात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएँ चालू हैं; हालाँकि, नागरि

क उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने सुरक्षा बढ़ाने के लिए उड़ानों की आवृत्ति कम कर दी है।


शुक्रवार, 26 सितंबर 2025

Dedicated freight corporation of India limited Dfccil

सितंबर 26, 2025 0


डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (DFCCIL)

, भारतीय रेलवे मंत्रालय के अधीन एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है। इसकी स्थापना भारतीय रेलवे के माल परिवहन नेटवर्क को आधुनिक और कुशल बनाने के उद्देश्य से की गई थी।


🏢 DFCCIL का गठन और उद्देश्य


स्थापना वर्ष: 2006


मुख्यालय: नई दिल्ली, भारत


मूल उद्देश्य: माल परिवहन के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए रेल मार्गों का निर्माण, संचालन और रखरखाव करना।


🚄 डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) परियोजनाएँ


DFCCIL प्रमुख रूप से दो मुख्य डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर परियोजनाओं पर कार्य कर रहा है:


1. पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (Eastern DFC):


लंबाई: 1,839 किमी


मार्ग: लुधियाना (पंजाब) से दानकुनी (पश्चिम बंगाल) तक


स्थिति: पूर्ण रूप से परिचालन में


उद्देश्य: उत्तर और पूर्वी भारत के औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ना।




2. पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (Western DFC):


लंबाई: 1,506 किमी


मार्ग: दादरी (उत्तर प्रदेश) से जवाहरलाल नेहरू पोर्ट (नवी मुंबई, महाराष्ट्र) तक


स्थिति: निर्माणाधीन; दिसंबर 2025 तक पूर्ण होने की संभावना


उद्देश्य: पश्चिमी भारत के औद्योगिक क्षेत्रों और बंदरगाहों को जोड़ना।



⚙️ DFCCIL की प्रमुख भूमिकाएँ


योजना और विकास: माल परिवहन के लिए आवश्यक रेल नेटवर्क की योजना बनाना और उसका विकास करना।


वित्तीय संसाधनों का प्रबंधन: परियोजनाओं के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधनों की व्यवस्था करना।


निर्माण और रखरखाव: रेल मार्गों का निर्माण और उनका नियमित रखरखाव करना।


संचालन: माल गाड़ियों का संचालन और उनकी निगरानी करना।


📈 DFCCIL की उपलब्धियाँ


माल परिवहन में वृद्धि: 2024 में, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का उपयोग करने वाली ट्रेनों की औसत संख्या 241 प्रति दिन रही।


निजी टर्मिनल का उद्घाटन: गुजरात के सूरत के पास 'गति शक्ति कार्गो टर्मिनल' का उद्घाटन किया गया, जो DFCCIL द्वारा विकसित किया गया पहला निजी माल टर्मिनल है।


उच्चतम तकनीकी मानक: DFCCIL द्वारा निर्मित रेल मार्ग उच्चतम तकनीकी मानकों के अनुसार डिज़ाइन किए गए हैं, जिससे माल परिवहन की गति और क्षमता में वृद्धि हुई है।




Vande Bharat train

सितंबर 26, 2025 0

 वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Express) भारत की सेमी-हाई स्पीड ट्रेन है, जिसे भारतीय रेल ने आधुनिक तकनीक से बनाया है। इसे “Train 18” भी कहा जाता है, क्योंकि यह 2018 में बनी थी।


मुख्य बातें:


निर्माण: चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) ने डिज़ाइन और निर्माण किया।


गति: 160 किमी/घंटा तक चल सकती है (डिज़ाइन स्पीड 180 किमी/घंटा है)।


पहली ट्रेन: 15 फरवरी 2019 को नई दिल्ली से वाराणसी के बीच पहली बार चली।


प्रकार: पूरी तरह एयर-कंडीशन्ड, चेयर कार और एग्जीक्यूटिव चेयर कार डिब्बों वाली ट्रेन।


सुविधाएँ:


ऑटोमैटिक दरवाजे


रोटेटिंग सीटें (एग्जीक्यूटिव क्लास में)


ऑनबोर्ड वाई-फाई और इंफोटेनमेंट


बायो-वै큇 टॉयलेट


जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली


आधुनिक ब्रेकिंग सिस्टम



पर्यावरण अनुकूल: यह ट्रेन ऊर्जा बचत करने वाली है और सामान्य ट्रेनों की तुलना में कम प्रदूषण करती है।



अभी तक की स्थिति (2025 तक):


भारत में 50 से ज्यादा वंदे भारत ट्रेनें अलग-अलग रूट्स पर चल रही हैं।


नए संस्करण वंदे भारत 2.0 और वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें भी बनाई जा रही हैं।


लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में भारत के सभी प्रमुख शहरों को वंदे भारत से जोड़ा जाए।

🛤️ प्रमुख वंदे भारत एक्सप्रेस रूट्स


यहां कुछ प्रमुख वंदे भारत रूट्स की सूची दी गई है:


दिल्ली – वाराणसी (22436): यह ट्रेन दिल्ली से वाराणसी तक जाती है, जो उत्तर भारत के प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्रों को जोड़ती है।


मुंबई – गांधीनगर (20902): मुंबई से गांधीनगर के बीच चलने वाली यह ट्रेन गुजरात के प्रमुख शहरों को जोड़ती है।


जयपुर – उदयपुर: राजस्थान में, जयपुर से उदयपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू की गई है, जो राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों को जोड़ती है।


कोटा – अहमदाबाद: कोटा से अहमदाबाद के बीच भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत की गई है, जिससे राजस्थान और गुजरात के बीच यात्रा सुगम हुई है।


जोधपुर – दिल्ली: यह ट्रेन जोधपुर से दिल्ली के बीच यात्रा करती है, जिससे पश्चिमी राजस्थान और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के बीच कनेक्टिविटी में सुधार हुआ है।


बीकानेर – दिल्ली: बीकानेर से दिल्ली के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत की गई है, जो राज्य के पश्चिमी भाग को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ती है।



National Biodiversity Authority)

सितंबर 26, 2025 0

 एन.बी.ए. (NBA) – राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण (National Biodiversity Authority)


👉 यह एक वैधानिक निकाय (Statutory Body) है, जिसे जैव विविधता अधिनियम, 2002 के अंतर्गत स्थापित किया गया।

👉 इसकी स्थापना 2003 में चेन्नई (तमिलनाडु) में हुई थी।


मुख्य कार्य


1. विदेशी संस्थाओं पर नियंत्रण – यदि कोई विदेशी व्यक्ति/कंपनी भारत के जैव संसाधनों या उनसे जुड़े ज्ञान का उपयोग करना चाहती है, तो उन्हें NBA से अनुमति लेनी होती है।



2. लाभ बाँटवारा (Benefit Sharing) – यह सुनिश्चित करता है कि स्थानीय समुदायों और परंपरागत ज्ञान के धारकों को उचित लाभ मिले।



3. नीतिगत सलाह – केंद्र सरकार को जैव विविधता से जुड़ी नीतियों और अंतरराष्ट्रीय समझौतों पर सलाह देना।



4. संरक्षण और सतत उपयोग – भारत के जैव संसाधनों का संरक्षण करना और उनके सतत उपयोग को बढ़ावा देना।



5. राज्य जैव विविधता बोर्ड (SBBs) और जैव विविधता प्रबंधन समितियों (BMCs) का समन्वय करना।


संरचना


अध्यक्ष – केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त।


अधिकारियों व विशेषज्ञों का एक दल।


राज्यों में इसके तहत State Biodiversity Boards (SBBs) और स्थानीय स्तर पर Biodiversity Management Committees (BMCs) कार्य करती हैं।




The convention on biological diversity

सितंबर 26, 2025 0

 The Convention on Biological Diversity (CBD) is an international treaty adopted at the Earth Summit in Rio de Janeiro in 1992. It is one of the key global agreements on environmental conservation and sustainable development.


Main Objectives of the CBD


The convention has three primary goals:


1. Conservation of biological diversity (protecting ecosystems, species, and genetic resources).



2. Sustainable use of biodiversity (using natural resources in ways that do not deplete them).



3. Fair and equitable sharing of benefits arising from the use of genetic resources (e.g., sharing profits from medicines derived from plants with the countries or communities that provided those plants).




Key Features


Came into force on 29 December 1993.


Nearly 196 parties (almost all UN member states) have ratified it.


It is legally binding, meaning countries are required to take action under it.


It recognizes national sovereignty over biodiversity resources (countries have rights over the biological resources within their borders).


Promotes traditional knowledge protection and rights of local communities.


Led to additional agreements such as:


Cartagena Protocol on Biosafety (2000) – regulates movement of genetically modified organisms.


Nagoya Protocol (2010) – ensures fair sharing of benefits from genetic resources.




Implementation in India


India is a party to the CBD since 1994.


Enacted the Biological Diversity Act, 2002 to implement CBD goals.


Set up the National Biodiversity Authority (NBA).


जैव विविधता पर सम्मेलन (Convention on Biological Diversity – CBD) 

एक अंतरराष्ट्रीय संधि है जिसे 1992 में रियो डी जनेरियो (ब्राज़ील) में हुए “Earth Summit” में स्वीकार किया गया था। यह समझौता दुनिया भर में पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास से जुड़ा हुआ है।


📌 मुख्य उद्देश्य (3 प्रमुख लक्ष्य)


1. जैव विविधता का संरक्षण – प्रजातियों, पारिस्थितिक तंत्र और आनुवंशिक संसाधनों की रक्षा करना।



2. सतत उपयोग – जैव संसाधनों का ऐसा उपयोग करना जिससे वे समाप्त न हों।



3. लाभ का न्यायसंगत और समान बाँटवारा – दवाइयों, बीजों या अन्य उत्पादों से होने वाले मुनाफ़े को उन देशों/समुदायों के साथ साझा करना जिनके संसाधनों से वह प्राप्त हुए हैं।


 प्रमुख विशेषताएँ

यह संधि 29 दिसम्बर 1993 से लागू हुई।


इसके लगभग 196 सदस्य देश हैं।


यह कानूनी रूप से बाध्यकारी (Legally binding) है।


देशों को उनके अपने क्षेत्र की जैव संसाधनों पर अधिकार मान्यता देता है।


स्थानीय समुदायों और उनकी पारंपरिक ज्ञान (Traditional Knowledge) की सुरक्षा पर ज़ोर देता है।


इससे जुड़े दो महत्वपूर्ण प्रोटोकॉल:


कार्टाजेना प्रोटोकॉल (2000) – आनुवंशिक रूप से परिवर्तित जीवों (GMOs) की आवाजाही पर नियंत्रण।


नगोया प्रोटोकॉल (2010) – आनुवंशिक संसाधनों से होने वाले लाभ का बाँटवारा।


📌 भारत में क्रियान्वयन


भारत ने इसे 1994 में अनुमोदित किया।


जैव विविधता अधिनियम, 2002 बनाया।


राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण (NBA) की स्थापना की।





Sustainable development goals of United Nations

सितंबर 26, 2025 0

 🌍 सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (SDGs) को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2015 में स्वीकार किया था। 

इनका उद्देश्य 2030 तक दुनिया को टिकाऊ (sustainable), न्यायपूर्ण और संतुलित विकास की ओर ले जाना है। इन्हें "Agenda 2030" भी कहा जाता है। 


 17 सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (SDGs)


1. गरीबी खत्म करना (No Poverty)

2. भूखमरी खत्म करना (Zero Hunger)

3. अच्छा स्वास्थ्य और कल्याण (Good Health and Well-being)

4. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा (Quality Education)

5. लैंगिक समानता (Gender Equality)

6. स्वच्छ पानी और स्वच्छता (Clean Water and Sanitation)

7. सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा (Affordable and Clean Energy)

8. सम्मानजनक काम और आर्थिक वृद्धि (Decent Work and Economic Growth)

9. उद्योग, नवाचार और बुनियादी ढांचा (Industry, Innovation and Infrastructure

10.असमानताओं को कम करना (Reduced Inequalities)

11. टिकाऊ शहर और समुदाय (Sustainable Cities and Communities)

12. जिम्मेदार खपत और उत्पादन (Responsible Consumption and Production)

13. जलवायु कार्रवाई (Climate Action)

14. जल के नीचे जीवन (Life Below Water)

15. स्थल पर जीवन (Life on Land)


16. शांति, न्याय और सशक्त संस्थान (Peace, Justice and Strong Institutions)


17. लक्ष्यों के लिए साझेदारी (Partnerships for the Goals)


17 सतत विकास लक्ष्य (SDGs in Hindi):


1. गरीबी उन्मूलन – हर जगह सभी प्रकार की गरीबी का अंत करना।



2. भूखमरी समाप्त – भूख का अंत, खाद्य सुरक्षा व बेहतर पोषण सुनिश्चित करना, सतत कृषि को बढ़ावा देना।



3. अच्छा स्वास्थ्य और कल्याण – सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए स्वस्थ जीवन और कल्याण को बढ़ावा देना।



4. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा – समावेशी एवं समान गुणवत्ता वाली शिक्षा और जीवनभर सीखने के अवसर उपलब्ध कराना।



5. लैंगिक समानता – लैंगिक समानता हासिल करना और महिलाओं व लड़कियों को सशक्त बनाना।



6. स्वच्छ जल और स्वच्छता – सभी के लिए जल और स्वच्छता की उपलब्धता एवं उसका सतत प्रबंधन।



7. सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा – सभी को सस्ती, भरोसेमंद, सतत और आधुनिक ऊर्जा उपलब्ध कराना।



8. सम्मानजनक काम और आर्थिक विकास – निरंतर, समावेशी और सतत आर्थिक वृद्धि, पूर्ण व उत्पादक रोजगार को बढ़ावा देना।



9. उद्योग, नवाचार और अवसंरचना – मजबूत अवसंरचना का निर्माण, सतत औद्योगिकीकरण और नवाचार को प्रोत्साहन।



10. असमानता में कमी – देशों के भीतर और बीच की असमानताओं को कम करना।



11. सतत शहर और समुदाय – शहरों और बस्तियों को समावेशी, सुरक्षित, लचीला और सतत बनाना।



12. उत्तरदायी उपभोग और उत्पादन – सतत उपभोग और उत्पादन के ढर्रों को सुनिश्चित करना।



13. जलवायु कार्रवाई – जलवायु परिवर्तन और उसके प्रभावों का मुकाबला करने के लिए तत्काल कदम उठाना।



14. जल के नीचे जीवन – महासागरों, समुद्रों और समुद्री संसाधनों का संरक्षण और सतत उपयोग।



15. स्थल पर जीवन – स्थलीय पारिस्थितिक तंत्र का संरक्षण, वनों का सतत प्रबंधन, मरुस्थलीकरण से लड़ना, जैव विविधता का ह्रास रोकना।



16. शांति, न्याय और सशक्त संस्थान – शांतिपूर्ण और समावेशी समाजों को बढ़ावा देना, न्याय तक पहुंच सुनिश्चित करना और प्रभावी संस्थाओं का निर्माण।



17. लक्ष्यों के लिए साझेदारी – कार्यान्वयन के साधनों को मजबूत करना और वैश्विक साझेदारी को पुनर्जीवित करना।


All details regarding television 📺. And TV Companies In India

सितंबर 26, 2025 0

📺 Major TV Brands in India & Their Origin

📺 टीवी के प्रमुख प्रकार और अंतर


टीवी का प्रकार तकनीक खासियतें कमियां


CRT TV (पुराने बॉक्स टीवी) कैथोड रे ट्यूब सस्ते, टिकाऊ, 90s–2000 तक बहुत चले भारी-भरकम, कम पिक्चर क्वालिटी, अब लगभग बंद

LCD TV Liquid Crystal Display + CCFL बैकलाइट हल्के, स्लिम, CRT से बेहतर क्वालिटी बैकलाइटिंग सीमित, ब्लैक गहरा नहीं दिखता

LED TV LCD + LED बैकलाइट कम बिजली खपत, पतले, ज्यादा ब्राइट OLED जितना गहरा ब्लैक नहीं

OLED TV Organic LED पैनल बेहतरीन कलर और कॉन्ट्रास्ट, परफेक्ट ब्लैक, बहुत पतले महंगे, बर्न-इन का रिस्क

QLED TV Quantum Dot + LED ज्यादा ब्राइटनेस, लंबी उम्र, बड़े साइज में सस्ते OLED से ब्लैक लेवल OLED जितना अच्छा नहीं

Mini-LED TV बहुत छोटे LEDs बैकलाइट के लिए बेहतर ब्राइटनेस और कॉन्ट्रास्ट, OLED से सस्ते फिर भी OLED जितना गहरा ब्लैक नहीं

4K / Ultra HD TV 3840×2160 रिज़ॉल्यूशन शार्प और क्लियर पिक्चर, OTT पर 4K कंटेंट सपोर्ट अच्छा दिखाने के लिए 4K कंटेंट चाहिए

8K TV 7680×4320 रिज़ॉल्यूशन बहुत हाई-रेज़ॉल्यूशन, फ्यूचर-रेडी कंटेंट बहुत कम, बहुत महंगे

Smart TV इंटरनेट + Apps (Netflix, YouTube, Prime) सीधे OTT ऐप्स चलते हैं, वॉयस कंट्रोल, स्क्रीन मिररिंग इंटरनेट के बिना सिर्फ नॉर्मल टीवी

Android TV / Google TV / Fire TV स्मार्ट टीवी का प्लेटफ़ॉर्म गूगल असिस्टेंट या अलेक्सा सपोर्ट, ज्यादा ऐप्स इंटरफेस और इकोसिस्टम पर निर्भर


1. पिक्चर क्वालिटी के हिसाब से → OLED > QLED > LED > LCD > CRT


2. कीमत के हिसाब से → CRT < LCD < LED < QLED < OLED < 8K


3. फीचर्स के हिसाब से → Smart TV (Android TV, Google TV, Fire TV) > Normal TV


TV Brand          Origin Country

Samsung                South Korea

LG.                           South Korea

Sony.                        Japan

Panasonic               Japan

Toshiba.                  Japan

Sharp.                     B Japan

Philips.                  Netherlands

TCL                          China

iFFALCON          China (subsidiary of TCL)

Hisense                      China

OnePlus TV               China

Realme TV.                  China

Xiaomi (Mi TV / Redmi TV)      China

Haier                                China

Skyworth.                         China

Motorola TV                USA (but in India,  

                                        made/marketed by 

                                  Flipkart under license)

Thomson                  France (in India

                               licensed to SPPL, India)

Kodak TV.                 USA (in India licensed

                                    to SPPL, India)

Sansui.                         Japan (in India

                      licensed to Jaina Group, India)

Nokia TV                     Finland (in India

                                licensed to Flipkart)

Acer TV                  Taiwan (in India licensed

                               to Indkal Technologies)

Intex                     India

Videocon             India

Onida                  India

BPL.                     India

VU TV                    India

Lloyd           India (now owned by Havells)

Micromax.                India



South Korea → Samsung, LG


Japan → Sony, Panasonic, Toshiba, Sharp, Sansui


China → TCL, iFFALCON, Hisense, Xiaomi, OnePlus, Realme, Skyworth, Haier


Europe/USA (licensed in India) → Philips, Thomson, Kodak, Nokia, Motorola, Acer


India → Intex, Videocon, Onida, BPL, VU, Lloyd, Micromax



SPPL -Super Plastronics Pvt. Ltd. (SPPL)


यह एक भारतीय कंपनी है।

स्थापना: 1990, नोएडा (U.P., India)।

SPPL भारत की एक प्रमुख OEM (Original Equipment Manufacturer) है, यानी यह विदेशी ब्रांड्स के लिए टीवी और इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स का निर्माण करती है।

भारत में SPPL ने कई ग्लोबल ब्रांड्स के साथ लाइसेंसिंग पार्टनरशिप की है।


🔹 SPPL किन-किन ब्रांड्स के लिए टीवी बनाती है?


1. Thomson TV (France origin brand, India license by SPPL)

2. Kodak TV (USA origin brand, India license by SPPL)

3. White-Westinghouse TV (USA origin brand, India license by SPPL)


Fire TV — Amazon’s smart TV interface / streaming platform. Devices (sticks, boxes, smart TVs) run Fire OS (a fork of Android), with Alexa integration, Amazon content emphasis.


Google TV — Google’s smart TV interface that builds on Android TV, focusing on content aggregation, recommendations, Google Assistant, casting, et


📺 LCD vs LED TV


पहलू LCD TV LED TV


फुल फॉर्म Liquid Crystal Display Light Emitting Diode TV (असल में LCD ही, लेकिन LED बैकलाइट के साथ)

बैकलाइट CCFL (ट्यूब लाइट जैसी) LED लाइट (छोटे-छोटे बल्ब)

मोटाई मोटे और भारी पतले और हल्के

ब्राइटनेस कम ज्यादा

कलर क्वालिटी ठीक-ठाक ज्यादा नेचुरल और शार्प

ब्लैक लेवल गहरा ब्लैक नहीं दिखता LCD से बेहतर, लेकिन OLED जितना नहीं

बिजली खपत ज्यादा कम

लाइफ स्पैन कम ज्यादा

कीमत सस्ते (पुराने जमाने में) आजकल स्टैण्डर्ड और किफायती

आज की स्थिति लगभग बंद, मार्केट में नहीं मिलते आज के लगभग सारे टीवी “LED TV” कहलाते हैं


📺 OLED vs QLED: मुख्य अंतर


पहलू OLED TV QLED TV


फुल फॉर्म Organic Light Emitting Diode Quantum-dot Light Emitting Diode (असल में LED TV ही, Quantum Dot लेयर के साथ)

लाइटिंग तकनीक हर पिक्सेल खुद रोशनी पैदा करता है (Self-lit) बैकलाइट (LED) + Quantum Dot लेयर से रोशनी आती है

ब्लैक लेवल परफेक्ट ब्लैक (क्योंकि पिक्सेल ऑफ हो सकता है) बैकलाइट होने से ब्लैक थोड़ा ग्रे जैसा दिखता है

कॉन्ट्रास्ट बेहद हाई (अनंत कॉन्ट्रास्ट) अच्छा, लेकिन OLED जितना नहीं

ब्राइटनेस मध्यम, बहुत ज्यादा ब्राइट नहीं बहुत ज्यादा ब्राइट (धूप वाले कमरे में बेहतर)

कलर बहुत नेचुरल और गहरे रंग ब्राइट और पॉप कलर्स, HDR में चमकदार

व्यूइंग एंगल लगभग किसी भी एंगल से सही पिक्चर साइड एंगल पर क्वालिटी थोड़ी गिरती है

थिकनेस (मोटाई) बेहद पतला (कागज़ जैसी पैनल) OLED से मोटा

लाइफ स्पैन / बर्न-इन बर्न-इन का रिस्क (लोगो या गेमिंग स्क्रीन) बर्न-इन नहीं होता, ज्यादा टिकाऊ

कीमत काफी महंगे OLED से सस्ते, बड़े साइज में वैल्यू फॉर मनी

बेस्ट किसके लिए मूवी, डार्क रूम, होम थिएटर ब्राइट रूम, गेमिंग, बजट में बड़ा स्क्रीन


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📺 LCD vs LED vs QLED vs OLED


प्रकार तकनीक पिक्चर क्वालिटी ब्राइटनेस ब्लैक लेवल मोटाई कीमत खासियत


LCD (Liquid Crystal Display) CCFL (ट्यूब लाइट) बैकलाइट बेसिक कम ब्लैक असली काला नहीं दिखता मोटा सबसे सस्ता (अब कम मिलता है) 2000s में कॉमन, अब पुराना

LED (Light Emitting Diode) LCD + LED बैकलाइट LCD से बेहतर अच्छी OLED जितनी गहरी नहीं पतला बजट से मिड-रेंज आजकल सबसे ज्यादा बिकता है

QLED (Quantum Dot LED – असल में LED TV ही) LED + Quantum Dot लेयर बहुत ब्राइट और कलरफुल बहुत ज्यादा OLED से कम LED से थोड़ा मोटा मिड-हाई रेंज बड़े साइज में OLED से सस्ता

OLED (Organic LED – हर पिक्सेल खुद रोशनी देता है) Self-lit Pixels बेस्ट पिक्चर क्वालिटी ठीक-ठाक, बहुत ब्राइट नहीं परफेक्ट ब्लैक, अनंत कॉन्ट्रास्ट बेहद पतला सबसे महंगा सिनेमा जैसा अनुभव, डार्क रूम में बेस्ट





मंगलवार, 19 दिसंबर 2023

FAMOUS TRAIN IN INDIA

दिसंबर 19, 2023 0

            तेजस एक्सप्रेस (TEJAS EXPRESS)


तेजस एक्सप्रेस भारतीय रेलवे द्वारा शुरू की गई एक सेमी-हाई स्पीड पूर्णतः वातानुकूलित ट्रेन है। इसमें दरवाजे के साथ आधुनिक ऑनबोर्ड सुविधाएं हैं जो स्वचालित रूप से संचालित होती हैं। कई भारतीय भाषाओं में तेजस का अर्थ है "तीक्ष्णता", "चमक", या "प्रतिभा"। यह भारत में चलने वाली 3 सेमी-हाई स्पीड ट्रेनों में से एक है, अन्य वंदे भारत एक्सप्रेस और गतिमान एक्सप्रेस हैं।

पहली तेजस एक्सप्रेस का उद्घाटन 24 मई 2017 को छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, महाराष्ट्र से करमाली, गोवा तक हुआ था। इसने 8 घंटे और 30 मिनट में 552 किमी की दूरी तय की।

1 मार्च 2019 को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश की दूसरी तेजस एक्सप्रेस को चेन्नई एग्मोर और मदुरै जंक्शन के बीच हरी झंडी दिखाई गई।
 इसने 6 घंटे और 30 मिनट में 497 किमी की दूरी तय की।

नई दिल्ली-चंडीगढ़ मार्ग पर तेजस एक्सप्रेस का संचालन 25 जून, 2022 से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और पंजाब के राज्यपाल द्वारा शुरू किया गया है। 

लखनऊ-नई दिल्ली तेजस एक्सप्रेस, जिसका उद्घाटन 4 अक्टूबर 2019 को हुआ, भारतीय रेलवे की सहायक कंपनी IRCTC, निजी ऑपरेटरों द्वारा संचालित भारत की पहली प्राइवेट ट्रेन है।

अहमदाबाद-मुंबई तेजस एक्सप्रेस, जो IRCTC द्वारा संचालित है, का उद्घाटन 17 जनवरी 2020 को किया गया था।

               गतिमान एक्सप्रेस ट्रैन 

गतिमान एक्सप्रेस भारत की पहली सेमी-हाई स्पीड ट्रेन है जो दिल्ली और झाँसी के बीच चलती है।इसे 5 अप्रैल 2016 को शुरू किया गया था | 

हज़रत निज़ामुद्दीन से वीरांगना लक्ष्मीबाई जंक्शन रेलवे स्टेशनों तक 403 किमी की यात्रा को 91 किमी/घंटा की औसत गति से तय करने में लगभग 4.5 घंटे लगते हैं।

 ट्रेन 5 अप्रैल 2016 को लॉन्च की गई थी और इसने 100 मिनट के भीतर निज़ामुद्दीन और आगरा कैंट के बीच अपनी पहली यात्रा पूरी की। भारतीय रेलवे ने पहले इस ट्रेन को 19 फरवरी 2018 को आगरा से ग्वालियर तक और फिर 1 अप्रैल 2018 को वीरांगना लक्ष्मीबाई जंक्शन तक बढ़ा दिया।

    TEJAS RAJDHANI EXPRESS TRAIN

तेजस-राजधानी एक्सप्रेस भारत में संचालित एक सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन है।
 भारतीय रेलवे ने राजधानी कोचों को तेजस कोचों में अपग्रेड करना शुरू कर दिया है। इसने अपने पारंपरिक एलएचबी राजधानी कोचों को प्रतिस्थापित कर दिया। 

 इससे इसकी अधिकतम गति 130 किमी/घंटा  और अधिकतम संभावित गति 160 किमी/घंटा तक बढ़ जाती है|
पहली तेजस राजधानी एक्सप्रेस ट्रैन को 15 फरवरी 2021 को अगरतला से आनंद विहार टर्मिनल दिल्ली के मध्य शुरू किया गया था | 

अन्य तेजस राजधानी ट्रैन -
1 . मुंबई नई दिल्ली तेजस राजधानी एक्सप्रेस - 19 जुलाई 2021 
2 . राजेंद्र नगर टर्मिनल पटना नई दिल्ली तेजस राजधानी एक्सप्रेस -1 सितम्बर 2021 
3 . मुंबई हज़रत निज़ामुद्दीन अगस्त क्रांति तेजस राजधानी एक्सप्रेस -12 दिसंबर 2021 
4 . भुबनेश्वर नई दिल्ली तेजस राजधानी एक्सप्रेस - 14 अगस्त 2023 






Indian Railways coaching stock

दिसंबर 19, 2023 0

    Indian Railways coaching stock

भारतीय रेलवे अपने कोचों पर विभिन्न यात्रा श्रेणियां प्रदान करता है। उनकी यात्रा श्रेणी के आधार पर, यात्री कारों में उपलब्धता के आधार पर अलग-अलग बैठने की व्यवस्था या बर्थ की सुविधा होती है।

गुरुवार, 30 नवंबर 2023

BENGAL NAGPUR RAILWAY

नवंबर 30, 2023 0

          BENGAL NAGPUR RAILWAY

बंगाल नागपुर रेलवे उन कंपनियों में से एक थी जिसने पूर्वी और मध्य भारत में रेलवे के विकास का नेतृत्व किया।

स्थापना -1887 

बंद -1952 

मुख्यालय - गार्डन रीच कोलकाता 

1853 में मुंबई-ठाणे लाइन के खुलने से भारत में रेलवे की शुरुआत हुई। पूरे देश में रेलवे का विस्तार शुरू किया गया। मुंबई के उत्तर-पूर्वी हिस्से में, ग्रेट इंडियन पेनिनसुलर रेलवे लाइन को भुसावल तक बढ़ाया गया और फिर दो भागों में विभाजित किया गया। जबकि एक ट्रैक नागपुर की ओर जाता था, दूसरा जबलपुर की ओर जाता था, जो कि इलाहाबाद से जबलपुर तक ईस्ट इंडियन रेलवे लाइन से जुड़ता था, जिससे मुंबई और कोलकाता जुड़ जाते थे। 1878 के भीषण अकाल ने 1882 में नागपुर को राजनांदगांव से जोड़ने वाले 150 किमी लंबे मीटर गेज लिंक, जिसे नागपुर छत्तीसगढ़ रेलवे कहा जाता है, के निर्माण का अवसर प्रदान किया।

बंगाल नागपुर रेलवे का गठन 1887 में नागपुर छत्तीसगढ़ लाइन को अपग्रेड करने और फिर इसे बिलासपुर के माध्यम से आसनसोल तक विस्तारित करने के उद्देश्य से किया गया था, ताकि इलाहाबाद के बजाय एक छोटा हावड़ा-मुंबई मार्ग विकसित किया जा सके।

नागपुर छत्तीसगढ़ रेलवे का स्वामित्व प्रांतीय सरकार के पास था।

नागपुर छत्तीसगढ़ रेलवे को 1888 में बंगाल नागपुर रेलवे द्वारा ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे से खरीदा गया था, और इसे ब्रॉड गेज में परिवर्तित कर दिया गया था।

 नागपुर से आसनसोल तक बंगाल नागपुर रेलवे की मुख्य लाइन 1 फरवरी 1891 को माल यातायात के लिए खोली गई थी।

 खड़गपुर के पश्चिम और दक्षिण से जुड़ने के बाद ही यह 1900 में हावड़ा से जुड़ा था।

इसके अलावा ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे से जुड़ने के लिए बिलासपुर से उमरिया तक 161 मील लंबी शाखा लाइन बनाने की योजना बनाई गई थी। कटनी में (जीआईपीआर) प्रणाली, यह बीएनआर मुख्य लाइन 1886-87 में पूरी हुई और उमरिया कोलफील्ड रेलवे से जुड़ी, जो उमरिया से कटनी तक काम करती थी, इस प्रकार बिलासपुर में बीएनआर स्टेशन को जबलपुर के पास जीआईपी रेलवे स्टेशन कटनी से जोड़ने वाली एक शाखा लाइन का निर्माण हुआ। 

 इसके अलावा, ईस्ट कोस्ट स्टेट रेलवे का 1901 हिस्सा बीएनआर में समाहित कर लिया गया, इस प्रकार कटक से वाल्टेयर खंड बीएनआर के प्रबंधन के अंतर्गत आ गया।

हालाँकि बंगाल नागपुर रेलवे उपमहाद्वीप में प्रमुख बिंदुओं को रेलवे के नेटवर्क से जोड़ने के मूल डिज़ाइन का हिस्सा नहीं था, लेकिन इसने हावड़ा से मुंबई तक एक छोटा और इसलिए अधिक लोकप्रिय मार्ग और हावड़ा से चेन्नई तक ट्रंक मार्ग विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 

सिविल इंजीनियर लेफ्टिनेंट कर्नल आर्थर जॉन बैरी दामोदर नदी पर पुल के निर्माण और बंगाल-नागपुर रेलवे के दामोदर जिले के काम के प्रभारी कार्यकारी अभियंता थे, जिसके बाद वे बंगाल खंड के अधीक्षण अभियंता थे। 

1925 में, बंगाल नागपुर रेलवे ने सेंटिनल और मेट्रो-कैमल से पांच स्टीम रेलकार खरीदे।

1936 में कंपनी के पास 802 लोकोमोटिव, 5 रेलकार, 692 कोच और 25,434 माल वैगन थे।

1944 में बंगाल नागपुर रेलवे का प्रबंधन भारत सरकार ने अपने हाथ में ले लिया। 

पूर्वी रेलवे का गठन 14 अप्रैल 1952 को मुगलसराय के पूर्व में ईस्ट इंडियन रेलवे कंपनी और बंगाल नागपुर रेलवे के हिस्से के साथ किया गया था।

 1955 में, दक्षिण पूर्व रेलवे को पूर्वी रेलवे से अलग किया गया था। इसमें ज्यादातर पहले बीएनआर द्वारा संचालित लाइनें शामिल थीं। 

 अप्रैल 2003 में शुरू किए गए नए जोनों में ईस्ट कोस्ट रेलवे और साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे थे और साउथ कोस्ट रेलवे को ईसीओआर और एससीआर के बीच विभाजित किया गया था और विशाखापत्तनम में मुख्यालय के रूप में एक नया जोन बनाया गया था। ये दोनों रेलवे दक्षिण पूर्व रेलवे से अलग होकर बनाई गई थीं।


बुधवार, 29 नवंबर 2023

locomotive in indian railways

नवंबर 29, 2023 0

        Locomotive In Indian Railways

 भारतीय रेलवे मुख्य रूप से कई  इलेक्ट्रिक और डीजल इंजनों द्वारा  संचालित होता  है।
 भाप इंजन कुछ विश्व धरोहर स्थलों पर संचालित होते हैं और कभी-कभी विरासत ट्रेनों के रूप में भी चलते हैं।
 लोकोमोटिव को लोको या अधिक लोकप्रिय रूप से इंजन के रूप में भी जाना जाता है।
 देश का पहला भाप इंजन 1837 में रेड हिल रेलवे (सड़क निर्माण के लिए ग्रेनाइट के परिवहन के लिए आर्थर कॉटन द्वारा निर्मित) पर रेड हिल्स से मद्रास के चिंताद्रिपेट पुल तक चला।


लोकोमोटिव को ट्रैक गेज, मोटिव पावर, फ़ंक्शन और पावर (या मॉडल नंबर) के आधार पर चार या पांच अक्षरों के कोड में वर्गीकृत किया गया है । 
पहला अक्षर ट्रैक गेज को दर्शाता है। दूसरा अक्षर प्रेरक शक्ति (डीजल या इलेक्ट्रिक) को दर्शाता है, और तीसरा अक्षर उपयोग (माल, यात्री, मिश्रित या शंटिंग) को दर्शाता है। चौथा अक्षर लोकोमोटिव के कालानुक्रमिक मॉडल नंबर को दर्शाता है।

यह प्रणाली
भाप इंजनों पर लागू नहीं होती है, जिनका अब मुख्य लाइनों पर उपयोग नहीं किया जाता है। वे अपने मूल वर्ग नाम, जैसे M- या WP-वर्ग, बरकरार रखते हैं।

लोकोमोटिव पे लिखे अक्षरों के आधार पे वर्गीकरण -


. पहला अक्षर गेज -

W - ब्रॉड गेज  - 5 फीट 6 इंच (1,676 मिमी)

Y - मीटर गेज - 1,000 मिमी (3 फीट 3+3⁄8 इंच)

Z -नैरो गेज 2 फीट 6 इंच (762 मिमी) 

N  - नैरो गेज (खिलौना) 2 फीट (610 मिमी) 

दूसरा अक्षर (प्रेरक शक्ति)

D  - डीजल

C  - DC  इलेक्ट्रिक (DC  ओवरहेड लाइन)

A - AC  इलेक्ट्रिक (AC  ओवरहेड लाइन)

CA  - DC  औरAC  (AC  या DC  ओवरहेड लाइन)

B - बैटरी 

तीसरा अक्षर (कार्य प्रकार)

G - माल
P  - यात्री
M  - मिश्रित (माल और यात्री)
S  - शंटिंग (स्विचिंग)
U  - मल्टीपल यूनिट (इलेक्ट्रिक या डीजल)
R  - रेलकार

  • भारत में बनाया गया पहला लोकोमोटिव F-734 था ,इसे अजमेर वर्कशॉप द्वारा 1895 में बनाया गया था | 
  • भारत का पहला इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव 1928 में WCP-1 बनाया गया था जो 2160 HP का DC पे आधारित था,इसे SLM कंपनी द्वारा बनाया गया था |
  • भारत का पहला डीजल लोकोमोटिव WDS-1 था जो 1944 में GE(USA) द्वारा 386HP का बनाया गया था | 
  • भारत का पहला इलेक्ट्रिक CO-CO लोकोमोटिव WCM-1 था ,जो 1954 में इंग्लिश इलेक्ट्रिक/वुलकन फॉउंडरी कंपनी द्वारा 3700HP पे  बनाया गया था |  
  • भारत का पहला मीटर गेज डीजल लोकोमोटिव YDM-1 था,इसे NBL कंपनी स्कॉटलैंड द्वारा 1955 में 700HP का बनाया गया था |  
  • भारत का हला मैनलाइन डीजल लोकोमोटिव WDM-1 था,इसे 1957 में ALCO द्वारा 1950HP पे बनाया गया था |
  • भारत का  पहला AC इलेक्ट्रिक मैनलाइन लोकोमोटिव WAM-1 था, जो 1959 में क्रौसमाफ़ेई(जर्मनी ) कंपनी द्वारा 3010HP पे बनाया गया था | 
  • भारत का पहला AC/DC पे आधारित मैनलाइन इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव WCAM-1 था जो 1975 में CLW द्वारा 2930HP DC व 3640HP AC पे बनाया गया था | 
  • भारत का पहला 12000HP का इंजन WAG-12 था इसे 2017 में ALSTOM कंपनी फ्रांस द्वारा बनाया गया था | 
  • भारत का पहला डुअल मोड लोकोमोटिव WDAP-5 था ,जिसे 2019 में BLW द्वारा 4500HP डीजल व 5500HP AC पे बनाया गया था | 

ELECTRIC LOCOMOTIVE

AC electric

Broad-gauge AC electric classification codes-

  • WAM – Wide AC electric mixed
  • WAP – Wide AC electric passenger
  • WAG – Wide AC electric goods
  • WAU – Wide AC electric multiple units''



Vande Bharat Express Train In India

नवंबर 29, 2023 0

            Vande Bharat Express Train In India

ट्रैन का परिचय 

ये ट्रैन भारत के विभिन्न शहरो के मध्य हाई स्पीड (उच्च गति ) यातायात की सुविधा प्रधान करती हैं | 

पहली बार इस ट्रैन  की शुरुवात 15 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नई दिल्ली से वाराणसी के मध्य की गई थी | 


ट्रैन में सुविधाएं - CC चेयर कार (इकॉनमी क्लास ), एग्जीक्यूटिव क्लास (प्रीमियम क्लास ), ऑन  बोर्ड कैटरिंग प्रणाली , wifi , Reading light ,


अन्य सुविधाएं - स्वचालित दरवाजे ,स्मोक अलार्म ,cctv कैमरा , बायो वैक्यूम टॉइलेट , etc 


ट्रैन का ट्रैक गेज - 1676 mm (5feet 6inch )


ऑपरेटिंग स्पीड - 160 km\h 


औसतन  ट्रैन  की लम्बाई- 384 मीटर /192 मीटर 


ट्रैन के रेक का निर्माणकरता फैक्ट्री - इंटीग्रल कोच फैक्ट्री चेन्नई मैं RDSO द्वारा बताये गए नियमो के अनुरूप बनाया गया हैं | 


ट्रैन की लागत - 16 कोच की वन्दे  भारत ट्रैन की लगत  115 करोड़ रुपए है | 

  
ट्रैन द्वारा प्राप्त की गई अधिकतम स्पीड - 183 km /h
 
यह ट्रैन 0 से 100  km /h की स्पीड मात्र 52 सेकंड में प्राप्त कर लेती है| 




भारत में संचालित वन्दे भारत एक्सप्रैस ट्रैन-

  1. भारत की पहली वन्दे भारत ट्रैन - नई दिल्ली से वाराणासी - 15 फरवरी 2019 

  2.  नई दिल्ली से श्री माता वैष्णो देवी कटरा - 3 अक्टूबर 2019 
  3. मुंबई सेंट्रल से गांधीनगर कैपिटल - 30 सितम्बर 2022 
  4. नई दिल्ली से अम्ब अंदौरा - 13 अक्टूबर 2022 
  5. mgr चेन्नई सेंट्रल से मैसूरु - 11 नवम्बर 2022 
  6.  बिलासपुर से नागपुर जंक्शन - 11 दिसंबर 2022 
  7.  हावड़ा से नई जलपाईगुड़ी - 30 दिसंबर 2022 
  8.  विशाखापत्तनम से सिकन्द्राबाद जंक्शन - 15 जनवरी 2023 
  9. cst मुंबई से सोलापूर - 10 फरवरी 2023 
  10. cst मुंबई से साई नगर शिरडी - 10 फरवरी 2023
  11. रानी कमलापति से हज़रत निजामुद्दीन - 1 अप्रैल 2023 
  12. सिकंदराबाद से तिरुपति - 8 अप्रैल 2023 
  13. mgr चेन्नई से कोयम्बटूर जंक्शन - 8 अप्रैल 2023 
  14. अजमेर से दिल्ली कैंट - 12 अप्रैल 2023 
  15. कासरगोड से तिरुवनंतपुरम जक्शन via कोट्टायम - 25 अप्रैल  2023 
  16. हावड़ा से पूरी - 18 मई 2023 
  17. देहरादून से आनंद विहार टर्मिनल - 25 मई 2023 
  18. नई जलपाईगुड़ी से गुवाहाटी - 29 मई 2023 
  19. cst मुंबई से मडगाव् जंक्शन- 27 जून 2023 
  20. पटना से रांची जंक्शन - 27 जून 2023
  21. ksr बेंगलुरु जंक्शन से धारवाड़ जंक्शन - 27 जून 2023
  22. रानी कमलापति से रेवा जंक्शन - 27 जून 2023
  23. इंदौर से नागपुर जंक्शन - 27 जून 2023
  24. जोधपुर से साबरमती जंक्शन- 7 जुलाई 2023 
  25. गोरखपुर से लखनऊ चारबाग़ - 7 जुलाई 2023 
  26. उदयपुर सिटी से जयपुर जंक्शन - 24 सितम्बर 2023 
  27. mgr चेन्नई से विजयवाड़ा जंक्शन- 24 सितम्बर 2023
  28. चेन्नई एग्मोर से तिरुनेवेली जंक्शन- 24 सितम्बर 2023
  29. काचीगुडा से यसवंतपुर जंक्शन- 24 सितम्बर 2023
  30. पटना से हावड़ा जंक्शन- 24 सितम्बर 2023
  31. रांची से हावड़ा जंक्शन - 24 सितम्बर 2023
  32. पूरी से राउरकेला जंक्शन- 24 सितम्बर 2023
  33.  कासरगोड से तिरूवंनतपुरम via अलाप्पुझा - 24 सितम्बर 2023
  34. अहमदाबाद से जामनगर  - 24 सितम्बर 2023



 
  


मंगलवार, 28 नवंबर 2023

famous Fort In rajasthan

नवंबर 28, 2023 0

                राजस्थान के प्रसिद्द किले 


1.  चित्तौडग़ढ़ किला 

निर्माण - 8 वि सदी मैं चित्रांगद मौर्य द्वारा ,बाद मैं इस किले के अधिकांश भागो का निर्माण कार्य महारणा                     कुम्भा द्वारा कराया गया था | 

जगह - यह किला चित्रकूट पहाड़ी पे चित्तौरगढ़ मे स्थित है 




"इस किले के बारे में एक कहावत हैं -गढ़ तो चित्तौडग़ढ़ बाकि सब गढ़ैया 

स्थापत्य कला -

                    
 1 .  पहला प्रवेश द्वार -पाडनपोल (पटवन पोल )  इस द्वार के बाहर स्थित चबूतरे पर प्रतापगढ़ के ठाकुर बाघसिंह का स्मारक है | 
2 .दूसरा प्रवेश द्वार - भैरवपोल - इसके बाहर जयमल व् कल्ला राठोड की छत्रिया स्तिथ है | 
3 . तीसरा प्रवेश द्वार - गणेश पोल -
4 .चौथा प्रवेश द्वार - लक्ष्मण पोल 
5 . पांचवा प्रवेश द्वार - जोड़न  पोल
6 . छठा प्रवेश द्वार - राम पोल - यहा  पे फ़तेह सिंह सिसोदिया का स्मारक स्तिथ हैं तथा तुलजा माता का मंदिर स्तिथ है | 
7 . सातवा द्वार - त्रिपोलिया द्वार 

-विजयस्तंभ - इसका निर्माण महराणा कुम्भा   द्वारा मालवा के सुल्तान  खिलजी  को हारने पे अपनी जीत के उपलक्ष मे 120 फ़ीट ऊंचा                    नौ मंजिला विजयस्तम्भ बनाया हैं | 
                    इसका वास्तुकार जेता था तथा इसे विष्णुस्तंभ भी कहते है | 

जैन कीर्तिस्तम्भ - इसका निर्माण जीजा जैन द्वारा करवाया गया था , यह सात मंजिला ऊंचा स्तम्भ हैं | 

अन्य निर्माण कला - पद्मिन ी का महल , राणा कुम्भा का महल , कुंभश्याम का मंदिर , शृंगार चवरी ,जयमल की हवेली ,सूर्य मंदिर,  मोकल का  समदेश्वर मंदिर 




चित्तौड़गढ़ दुर्ग के साके --


पहला साका - 1303 मे  यहा  का शासक रतन सिंह था , इसपे दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी ने आक्रमण कर दिया , तब राजपूतो मे पुरुषो ने केसरिया व् महिलाओ ने रानी पद्मिनी के नेत्र्तव में जोहर किया | 

दूसरा साका - 1534-35   में विक्रमादित्य के समय गुजरात के सुल्तान बाहरदुरशाह ने आक्रमण किया  तब बाघसिंह देवल के नेतृत्व मे राजपूतो ने केसरिया व् रानी कर्मावती  के नेतृत्व मे जोहर किया | 

तीसरा साका - 1567 -68  मे उदयसिंह के समय मे अकबर ने चित्तोड़ पे आक्रमण किया ,तब जयमल फत्ता  के नेतृत्व मे राजपूतो ने केसरिया किया तथा फत्ता सिसोदिया की पत्नी फूलकवर के नेतृत्व मैं रानियों ने जोहर किया | 

2 . कुंभलगढ़ किला -

इस किले का निर्माण महराणा कुंभा द्वारा 1458  मे जरगा पहाड़ियों मैं करवाया गया था | 
- कर्नल जेम्स टॉड  ने इस किले  की तुलना एस्ट्रॉस्कन से की है 
-अबुल फजल ने इस किले के बारे मैं लिखा हैं की यह दुर्ग इतनी बुलंदी पे बना है की निचे से ऊपर की तरफ देखने पर सिर पर रखी हुई पगड़ी गिर जाती हैं 
-इस दुर्ग को मेवाड़ की संकटकालीन राजधानी कहा  जाता था 

-स्थापत्य कला -
               मुख्य प्रवेश द्वार "हल्ला पोल ,आरटे पोल" 
झालीबाव व् मामदेव कुंड , विष्णु का कुम्भस्वामी मंदिर , झाली रानी का मालिया महल 

इस दुर्ग मे एक और दुर्ग है जिसे कटारगढ़ कहते हैं | इस कटारगढ़ मैं 1540 मे राणा प्रताप का जन्म हुआ था 

 


















 

सोमवार, 20 नवंबर 2023

UPCOMING ICC CRICKET WORLD CUP TOURNAMENTS SCHEDULE FIXTURE

नवंबर 20, 2023 0

 MONTH                 TOURNAMENTS  DETAILS

JANUARY 2024                    ICC UNDER 19 WORLD CUP 2024

                                                       HOST- SRILANKA

                                                       TEAM-16 (ODI FORMAT)


JUNE 2024                              ICC MEN'S T20 WORLD CUP 2024

                                                    HOST-WEST INDIES,USA

                                                     TEAM-20


FEBRUARY 2025             ICC MEN'S CHAMPION TROPHY 2025

                                                   HOST- PAKISTAN 

                                                   ODI FORMAT


FEBRUARY 2026                   ICC MEN'S T20 WORLD CUP 2026

                                                     HOST-INDIA,SRILANKA


2026                                ICC UNDER 19 CRICKET WORLD CUP

                                         HOST- ZIMBABWE,NAMIBIA    

                                    

OCTOBER-NOVEMBER 2027              ICC MEN'S WORLD                                                                                CUP (ODI) 2027

                      

                           HOST- SOUTH AFRICA, ZIMBABWE,NAMIBIA


OCTOBER 2028                    ICC MEN'S T20 WORLD CUP 2028

                                             HOST- AUSTRALIA,NEW ZEALAND


OCTOBER 2029               ICC MEN'S CHAMPION TROPHY 2029

                                                  HOST- INDIA


JUNE 2030                             ICC MEN'S T20 WORLD CUP 2030

                                                  HOST- ENGLAND,WALES,

                                                                IRELAND,SCOTLAND


OCT-NOVEMBER 2031      ICC MEN'S WORLD CUP 2032(ODI)

                                                     HOST-INDIA,BANGLADESH

मंगलवार, 22 अगस्त 2023

राजस्थान में विभ्भिन रियासतों में चलने वाले सिक्के

अगस्त 22, 2023 0

 राजस्थान में विभ्भिन रियासतों में चलने वाले सिक्के 

मेवाड़ रियासत में प्रचलित सिक्के- चांदी का रुपया ,तांबे का ढिगला,                                               त्रिशुलिया, भिंडरिया, भिलाड़ी ,                                                                               कर्षापण,  नाथद्वारिया, गधिया

जोधपुर रियासत के सिक्के - गजशाही ,लल्लुलिया ,विजयसाही ,तख्तसिंह                                            ,डब्बूसाही ,भीमशाही  


जयपुर रियासत के सिक्के - झाड़शाही ,रसकपूर ,हाली ,मुहमद्साही 



प्रतापगढ़ के सिक्के -आलमशाही ,सलीमशाही 


डूंगरपुर के सिक्के - उदयशाही  ,चित्तोडी ,सालिमशाही  


प्रतिहारो के सिक्के -आदिवराह ,विनायक,द्रम्म ,वाराही 


बूंदी के सिक्के - हाली ,रामशाही  ,कटारशाही  ,चेहरेशाही  ,


कोटा के सिक्के -मदनशाही  ,गुमानशाही ,


बांसवाड़ा के सिक्के - सलीमशाही ,लक्ष्मण शाही 


बीकानेर के सिक्क्के - गजशाही 


झालावाड़ के सिक्के - मदनशाही ,पृथिविशाही 


सिरोही के सिक्के -भीलड़ी ,दब्बुशाही 


शाहपुरा के सिक्के - मधोशाही ,ग्यारसंधिया 


किशनगढ़ के सिक्के - चांदोड़ी ,शाह आलम 


जैसलमेर के सिक्के -डोडिया ,


अलवर के सिक्के -रावशाही ,अखेशाही 


करोली के सिक्के -काटरशाही ,मानकशाही 

शुक्रवार, 16 जून 2023

नोबेल पुरस्कार 2022 (NOBEL PRIZE WINNER 2022)

जून 16, 2023 0

 

                    नोबेल पुरस्कार 2022




1.भौतिकी


  • एलेन एस्पेक्ट 
  • जॉन एफ. क्लॉज़र

  • एंटोन ज़िलिंगर 

 "उलझे फोटॉनों के साथ प्रयोग के लिए, बेल असमानताओं के उल्लंघन की स्थापना और अग्रणी क्वांटम सूचना विज्ञान"


2.रसायन विज्ञान

  • कैरोलिन आर. बर्टोज़ज़ी ,
  •  मोर्टन मेल्डल 
  •  के. बैरी शार्पलेस 

 "क्लिक केमिस्ट्री और बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री के विकास के लिए"


3.फिजियोलॉजी या मेडिसिन

  • स्वान्ते पाबो

"विलुप्त होमिनिन और मानव विकास के जीनोम से संबंधित उनकी खोजों के लिए"


4.साहित्य

  • एनी एर्नॉक्स 

"साहस और नैदानिक ​​​​तीक्ष्णता के लिए जिसके साथ वह व्यक्तिगत स्मृति की जड़ों, व्यवस्थाओं और सामूहिक संयम को उजागर करती है"


5.शांति

  • एल्स बियालियात्स्की,
  •  मेमोरियल और सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज 

शांति पुरस्कार विजेता अपने घरेलू देशों में नागरिक समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कई वर्षों तक सत्ता की आलोचना करने और नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा करने के अधिकार को बढ़ावा दिया है। उन्होंने युद्ध अपराधों, मानवाधिकारों के हनन और सत्ता के दुरुपयोग का दस्तावेजीकरण करने का उत्कृष्ट प्रयास किया है। साथ में वे शांति और लोकतंत्र के लिए नागरिक समाज के महत्व को प्रदर्शित करते हैं।


6.अर्थशास्त्र(स्वेरिगेस रिक्सबैंक पुरस्कार)

  • बेन एस बर्नानके ,
  •  डगलस डब्ल्यू डायमंड 
  •  फिलिप एच डायबविग

 "बैंकों और वित्तीय संकटों पर शोध के लिए"।

रविवार, 4 जून 2023

IIFA AWARDS 2023

जून 04, 2023 0

                                IIFA AWARD 2023 



BEST FILM - DRISHYAM2

BEST DIRECTOR - R MADHVAN (ROCKETRY THE NAMBI EFFECT)

BEST ACTOR FEMALE - ALIA BHATT(GANGUBAI KATHIAWADI)

BEST ACTOR MALE - HRITHIK ROSHAN(VIKRAM VEDHA)

BEST ACTOR IN SUPPORTING ROLE MALE - ANIL KAPOOR(JUGG JUGG JEEYO)

BEST ACTOR IN SUPPORTING ROLE FEMALE - MOUNI ROY(BRAHMASTA PART ONE SHIVA)

OUTSTANDING ACHIEVEMENT FOR FASHION IN CINEMA - MANISH MALHOTRA

OUTSTANDING ACHIEVEMENT IN INDIAN CINEMA - KAMAL HASAN

OUTSTANDING ACHIEVEMENT IN REGIONAL CINEMA - RITEISH DESHMUKH(VED-MARATHI)

BEST DEBUT MALE - SHANTANU MAHESHWARI(GANGUBAI KATHIYAWADI),BABIL KHAN(QALA)

BEST DEBUT FEMALE - KHUSHALI KUMAR (DHOKA AROUND THE CORNER)

BEST PLAY BACK SINGER - MALE - ARIJIT SINGH (KESRIYA SONG)

BEST PLAY BACK SINGER- FEMALE - SHREYA GHOSHAL(RASIYA SONG-BRAHMASTRA)

BEST MUSIC DIRECTION - PRITAM(BRAHMASTRA)

BEST LYRICIST- AMITABH BHATTACHARYA(KESRIYA)

BEST CINEMATOGRAPHY - GANGUBAI KATHIAWADI

BEST DIALOGUE - GANGUBAI KATHIAWADI

BEST SCREENPLAY - GANGUBAI KATHIAWADI

BEST SOUND DESIGN- BHOOL BHULAIYAA 2

BEST SPECIAL EFFECT - BRAHMASTRA PART ONE SHIVA

शनिवार, 20 मई 2023

DADASAHEB PHALKE AWARD

मई 20, 2023 0

     DADASAHEB PHALKE AWARD RECIPIENTS

  1. 1969-DEVIKA RANI ROERICH
  2. 1970-B.N. SIRCAR
  3. 1971-PRITHVIRAJ KAPOOR
  4. 1971-PANKAJ MULLICK
  5. 1973-SULOCHANA 
  6. 1974-B.N. REDDY
  7. 1975-DHIREN GANGULY
  8. 1976-KANAN DEVI
  9. 1977-NITIN BOSE
  10. 1978-R.C. BORAL
  11. 1979-SOHRAB MODI
  12. 1980-P.JAIRAJ
  13. 1981-NAUSHAD ALI
  14. 1982-L.V.PRASAD
  15. 1983-DURGA KHOTE
  16. 1984- SATYAJIT RAY
  17. 1985-V.SHANTARAM
  18. 1986-B.NAGI REDDY 
  19. 1987-RAJ KAPOOR
  20. 1988-ASHOK KUMAR
  21. 1989-LATA MANGESHKAR
  22. 1990-A.NAGESWARA RAO
  23. 1991-B.G.PENDHARKAR
  24. 1992-DR.BHUPEN HAZARIKA
  25. 1993-MAJROOH SULTANPURI
  26. 1994-DILIP KUMAR
  27. 1995-DR.RALKUMAR
  28. 1996-SHIVAJI GANESAN
  29. 1997-KAVI PRADEEP
  30. 1998-B.R.CHOPRA
  31. 1999-RISHIKESH MUKHERJEE
  32. 2000-ASHA BHOSLE
  33. 2001-YASH CHOPRA
  34. 2002-DEV ANAND
  35. 2003-MRINAL SEN
  36. 2004-ADOOR GOPALAKRISHNAN
  37. 2005-SHYAM BENEGAL
  38. 2006-TAPAN SINHA
  39. 2007-MANNA DEY
  40. 2008-V.K.MURTHY
  41. 2009-D.RAMANAIDU
  42. 2010-K.BALACHANDER
  43. 2011-SOUMITRA CHATTERJEE
  44. 2012-PRAN
  45. 2013-GULZAR
  46. 2014-SHASHI KAPOOR
  47. 2015-MANOJ KUMAR
  48. 2016-K VISWANATH
  49. 2017-VINPOD KHANNA
  50. 2018-AMITABH BACHAN
  51. 2019-RAJINIKANTH
  52. 2020-ASHA PAREKH

FilmFare Award 2023

मई 20, 2023 0

                      68   FILMFARE AWRADS 2023       

BEST FILM - GANGUBAI KATHIAWADI                                                               
BEST FILM CRITICS-BADHAAI DO(HARSHVARDHAN KULKARNI)          
BEST ACTOR IN FILM LEAD ROLE- RAJKUMAR RAO(BADHAAI DO) 

     
BEST ACTOR IN FILM LEAD ROLE-ALIYA BHATT(GANGUBAI KATIAWADI)                                                                                                                    
BEST DIRECTOR- SANJAY LEELA BHANSALI(GANGUBAI KATHIAWADI)     

                                                                                                      
BEST ACTOR CRITICS- SANJAY MISHRA(VADH)                                           
BEST ACTOR CRITICS-BHUMI PEDNEKAR(BADHAAI DO),TABU(BHOOL BHULAIYAA 2)                                                                      
BEST ACTOR IN A SUPPORTING ROLE IN MALE-ANIL KAPOOR(JUGJUGG JEEYO)                

                                                                 
BEST ACTOR IN A SUPPORING ROLE FEMALE-SHEEBA CHADDA(BADHAAI DO)       

                                                                                 
BEST PLAYBACK SINGER MALE-ARIJIT SINGH(KESRIYA SONG-BRAHMASTRA PART ONE;SHIVA)                                                                        
BEST PLAYBACK SINGER FEMALE-KAVITA SINGH(RANGISARI-JUGJUGG JEEYO)        

                                                                                            
BEST MUSIC ALBUM-PRITAM(BRAHMASTRA PART ONE;SHIVA)           
BEST LYRICS-AMITABH BHATTACHARYA(KESRIYA-BRAHMASTRA PART ONE:SHIVA)                                                                                                    
BEST DEBUT DIRECTOR-JASPAL SINGH SANDHU,RAJEEV BARNWAL(VADH)       

                                                                                             
BEST DEBUT MALE-ANKUSH GEDAM(JHUND)                                             
BEST DEBUT FEMALE-ANDREA KEVICHUSA(ANEK)                                  
BEST DIALOGUE-PRAKASH KAPADIA,UTKARSHINI VASHISHTHA(GANGUBAI KATHIAWADI)                                                        
BEST SCREENPALY-AKSHAT GHILDIAL,SUMAN ADHIKARY,HARSHVARDHAN KULKARNI(BADHAAI DO)                           
BEST STORY-AKSHAT GHILDIAL,SUMAN ADHIKARY(BADHAADI DO)  
BEST ACTION-PARVEZ SHAIKH(VEKRAM VEDHA)                                     
BEST CHOROGRAPHY-KRUTI MAHESH9DHOLIDA-GABGUBAI KATHIAWADI    

                                                                                                        
BEST CINEMATOGARAPHY-SUDEEP CHATTERJEE(GANGUBAI KATHIAWADI)   

                                                                                                        
BEST COSTUME-SHEETAL IQBAL SHARMA(GANGUBAI KATHIAWADI)        

                                                                                                   
BEST VFX-DNEG,REDEFINE(BRAHMASTRA PART ONE:SHIVA)               
LIFE TIME ACHIVEMENT AWARD-PREM CHOPRA

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