राजस्थान की प्रमुख प्रागेतिहासिक सभ्यताये
----कालीबंगा----
खोज-1952 में अमलानन्द घोष ने हनुमानगढ़ राजस्थान में
उत्खनन-1961 में ब्रज बासी लाल व बाल कृष्ण थापर ने किया
अर्थ- काली चूड़ियाँ
यह स्वतंत्रता के बाद भारत मे खोजा गया पहला हड़प्पाई शहर था।
प्राप्त वस्तुये-
मिट्टी की बैलगाड़ी, ताँबे की सांड की प्रतिमा, अग्नि वेदिकाय, हल की लकीरें, लकड़ी की नालिया, हाथी दांत की कंघी, बेलनाकार मेसोपोटामिया मोहर, कच्ची ईंटे.
------गणेशवर-------
ख़ोज- नीमकाथाना सीकर मे कातली नदी के किनारे R C अग्रवाल ने
प्राप्त वस्तुएं- मछ्ली पकड़ने का कटा, कुल्हाड़िया , बाण
इस सभ्यता को 'ताम्र युगीन सभ्यता ओ की जननी कहते है, तथा यह सबसे प्राचीन ताम्र युगीन सभ्यता है जहाँ पे सर्वाधिक शुद्ध ताम्र उपकरण प्राप्त हुए
-----आहड़------
खोज-1953 में अक्षय कीर्ति व्यास ने उदयपुर में बनास की सहायक बेडच नदी के किनारे पे खोजा
उत्खनन- HD साकलिया ने व RC अग्रवाल ने
अन्य नाम- बनास संस्कृति , धुलकोट , ताम्रवती
प्राप्त वस्तुए- मकान की नीवों में पत्थरो का प्रयोग, ताँबा गलाने की भट्टियां , कपड़े की छपाई के लकड़ी के ठप्पे, हड्डी का चाकू, मिट्टी का तवा, सुराही, एक मकान में सात चूल्हे , टेराकोटा से निर्मित इस्त्री का धड़
-------बैराठ------
खोज- दयाराम साहनी सुंदर राजन ने जयपुर में बाणगंगा नदी के किनारे
प्राप्त वस्तुए- अशोक का भाब्रू का शिलालेख , बुद्ध की प्रतिमा , सूती वस्त्र अवशेष, नाचते पक्षी की मृण्मूर्ति
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